नोएडा। मुंबई पुलिस ने करोड़ों की हेरोइन पकड़ी है। उसके साथ पकड़े गए तस्करों ने कई चौंकाने वाले राज बताए हैं। सूत्रों ने दावा किया है कि हेरोइन के सिंडिकेट से यूपी पुलिसकर्मियों के तार जुड़े हुए हैं। हापुड़ में तैनात सिपाही अमित बालियान को मुंबई पुलिस अपने साथ ले गई है। आरोप है कि हेरोइन को बिकवाने में सिपाही की मिलीभगत है।
सूत्रों ने दावा किया है कि एटा में तैनात कुछ पुलिसकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध है। सिंडिकेट के तार यूपी पुलिसकर्मियों से जुड़ने के बाद महकमे में हड़कंप मच गया है। नोएडा के सेक्टर 84 से मुंबई पुलिस ने एक ठेकेदार को उठाया है। उसके माध्यम से ही पुलिसकर्मी हेरोइन की तस्करी का काम कर रहे थे।
हापुड़ नगर कोतवाली के कागजी दस्तावेज में सिपाही अमित बालियान को मुंबई पुलिस द्वारा अपने साथ ले जाने का रिकार्ड दर्ज किया गया है। दरअसल, मुंबई पुलिस ने मुंबई में कुछ हेरोइन तस्करों को पकड़ा। पूछताछ हुई तो पता चला कि यूपी पुलिस के जवान हेरोइन के सिंडिकेट से जुड़े हुए हैं।
वहीं, हेरोइन रैकेट के तार की कड़ी जोड़ते हुए मुंबई पुलिस मंगलवार को हापुड़ पहुंची। सिपाही अमित बालियान से पूछताछ हुई। इस मामले में हापुड़ नगर कोतवाली प्रभारी सोमवीर सिंह ने बताया कि मुंबई पुलिस आई थी। सिपाही की भूमिका बिकवाने में बताई गई है।
2020 में जनपद में सिपाही की हुई थी पोस्टिंग
वर्ष 2020 से पहले सिपाही अमित बालियान एटा जिले में तैनात था। अमित वहां एक किराए के मकान में रहता था। सूत्रों की माने तो सिपाही के साथ मध्यप्रदेश के मुरैना निवासी प्रमोद शर्मा रहता था। प्रमोद को मुंबई पुलिस ने ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है। आरोप है कि अमित ने प्रमोद की मुलाकात मुंबई निवासी स्माइल से कराई थी। इसके बाद दोनों का संपर्क नोएडा निवासी हरमेश यादव से हुआ था। मुंबई पुलिस ने नोएडा के सेक्टर 84 से उसे गिरफ्तार किया है, उसे भी टीम अपने साथ मुंबई ले गई।
सिपाही सस्पेंड, सीओ को सौंपी जांच
एसपी दीपक भूकर ने बताया कि अभी तक ड्रग्स माफिया के साथ सिपाही की मिलीभगत होने की बात पूर्ण रूप से स्पष्ट नहीं हो सकी है। हालांकि, मुंबई पुलिस की कार्रवाई के बाद सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। उसके खिलाफ जांच बैठा दी गई है। जांच सीओ सिटी वैभव पांडेय को सौंपी गई है। जांच में सिपाही का दोष सिद्ध होने पर कार्रवाई की जाएगी।