उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए अलर्ट जारी किया है. इस संबंध में बोर्ड ने नोटिस भी जारी किया है. बोर्ड ने छात्रों को उन साइबर अपराधियों के बारे में चेतावनी दी है, जो उन्हें पैसे के बदले अंक या पास प्रतिशत बढ़ाने का झांसा देकर धोखा देते हैं. बोर्ड सचिव की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं.
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला की ओर से 7 अप्रैल को जारी नोटिस में स्कूलों के जिला निरीक्षकों को ऐसे साइबर अपराधियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. बोर्ड ने निर्देश दिया है कि इस तरह की गतिविधियों से परिषदीय परीक्षाओं की पवित्रता और गरिमा को ठोस पहुंच रही है.
इस तरह की सूचना मिलने पर संबंधित साइबर ठगों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करें और तुरंत प्राथमिकी दर्ज कराएं. नोटिस के अनुसार छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वह इस तरह के फोन कॉल्स के झांसे में न आएं बल्कि स्कूलों के संबंधित जिला निरीक्षक के कार्यालय में शिकायत दर्ज कराएं. नोटिस में कहा गया है कि कई जिलों के अभिभावकों ने इस साल बोर्ड परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों को साइबर ठगों के फोन कॉल की शिकायत की है.
वहीं डीआईओएस गौतमबुद्ध नगर धर्मवीर सिंह के अनुसार अभी तक जिले में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि हालांकि लोगों को इस तरह के फ्रॉड कॉल्स से सावधान रहना चाहिए.
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यूपी बोर्ड की परीक्षा 16 फरवरी से शुरू हुई थी और 4 मार्च को खत्म हुई थी. कुल 58.9 लाख छात्र-छात्राओं ने 10वीं और 12वीं परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. 10वीं कक्षा के 31 लाख से अधिक और 12वीं कक्षा के 27.7 लाख अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया था. इस बार 4 लाख 31 हजार स्टूडेंट्स ने बोर्ड परीक्षा नहीं दी, जिनमें 10वीं के लगभग 2 लाख और 12वीं 2.2 लाख स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल नहीं हुए.