नोएडा। सड़क हादसों में घायलों को जल्द प्राथमिक उपचार मिले। इसके लिए दुर्घटना बहुल क्षेत्र (ब्लैक स्पाट) पर 14 एंबुलेंस तैनात की गई हैं। इससे हादसे में घायलों की जान बचाना आसान होगा। 102 व 108 एंबुलेंस के जिला प्रभारी दीपक सिंह ने बताया कि यदि इन स्थानों या इनके आसपास कहीं भी कोई सड़क दुर्घटना होती है, तो निर्धारित स्थानों पर खड़ी एंबुलेंस तुरंत घायलों तक पहुंचेंगी और उन्हें प्राथमिक उपचार दे कर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाने का काम करेंगी।
यह प्रयास यातायात पुलिस, परिवहन विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन के तत्वावधान में संयुक्त रूप से किया है। हादसों के वक्त समय पर एंबुलेंस न मिलने या अस्पताल तक समय पर न पहुंच पाने के कारण भी बहुत से लोग दम तोड़ देते हैं। एंबुलेंस आने तक घायल सड़कों पर ही पड़े रहते हैं।
यह भी एक कारण है कि जिससे सड़क हादसों में दम तोड़ने वालों की संख्या कम नहीं हो रही है। पहले 108 नंबर पर घटना की सूचना मिलने पर या तो जिला अस्पताल या आस-पास के अन्य सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों से एंबुलेंस को मौके पर भेजा जाता था। इसमें ज्यादा समय लगता था।
जिले में वर्ष-2030 तक सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या को आधा करने का लक्ष्य प्रशासन की ओर से किया गया है। प्रयास से सकारात्मक नतीजे आएंगे।
इन स्थानों के आसपास तैनात रहेगी एंबुलेंस
महामाया फ्लाईओवर एक्सप्रेस-वे, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे, जीरो प्वाइंट, यमुना एक्सप्रेस-वे,जीरो प्वाइंट, महामाया फ्लाईओवर, सेक्टर-37, सेक्टर-26 जयपुरिया प्लाजा, गलगोटिया यूनिवर्सिटी आदि स्थानों पर एंबुलेंस की तैनाती की गई है।
एंबुलेंस में रखे सामान का होगा आडिट
बिना मरीजों के एंबुलेंस सड़कों पर दौड़ाकर फर्जी केस बनाने वाले ईएमटी और चालकों पर कार्रवाई लेकर स्वास्थ्य विभाग भी सख्त हो गया है। 108 व 102 एंबुलेंस के जिला प्रभारी दीपक सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य महानिदेशक ने पिछले तीन माह में एंबुलेंस द्वारा दिए आंकड़ों और उनके द्वारा प्राप्त किए गए भुगतान के साथ वास्तविक मरीजों की संख्या का पीसीआर, इस पर अंकित आधार कार्ड व मोबाइल नंबर सहित मिलान के निर्देश दिए हैं।
जांच के दौरान प्रत्येक एंबुलेंस में रखवाएं गए सामान का भी आडिट होगा। गड़बड़ी मिलने पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। ड्यूटी से हटाए गए चालक और ईएमटी जिन एंबुलेंस का प्रयोग करते थे। उसका भी आडिट होगा। चालकों के आरोपों की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।