ग्रेटर नोएडा: पबजी गेम पार्टनर संग जिंदगी बिताने के लिए पाकिस्तान की 27 वर्षीय सीमा चार बच्चों संग दो देशों की बॉर्डर ही नहीं सारे बंधन लांघकर रबूपुरा कस्बे में पहुंच गई। जिससे एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है. नेपाल सीमा से लेकर यमुना एक्सप्रेसवे और रबूपुरा में रहने के दौरान सुरक्षा एजेंसी, खुफिया विभाग और पुलिस किसी को भी इसकी भनक नहीं लगी। अब अधिकारी इस बात मंथन कर रहे है आगे इस तरह की कोई घटना न हो, वे चेकिंग और बढ़ाने की बात कह रहे है.
चार बच्चों संग नेपाल सीमा से गौतमबुद्ध नगर तक पहुंचने और 50 दिन तक बेखौफ रहकर पाकिस्तानी सीमा हैदर ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। इस बार मामला पाकिस्तान से जुड़ा होने के कारण पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही है। लेकिन महिला के अवैध रूप से कई दिन से रहने के बावजूद पुलिस और एलआईयू को इसकी भनक नहीं लगी थी।
झांसी के शोरूम में आग-महिला मैनेजर समेत 5 जिंदा जले: 10 घंटे बाद आग पर काबू, 50 दमकल गाड़ी जुटी, सेना को बुलाना पड़ा
विदेशी नागरिकों का बिना वैध प्रमाण पत्र ग्रेटर नोएडा रहने का पहला मामला नही है. पिछले साल 11 जून को नेपाल बार्डर पर बिहार के सीतामढ़ी से एसएसबी (सीमा सुरक्षा बल) ने दो चीनी नागरिक लु लैंग और यूं हेलंग को बिना वीजा के गिरफ्तार किया था। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि ग्रेटर नोएडा के घरबरा गांव स्थित चीनी नागरिकों के अवैध शराब के अड्डे व जेपी ग्रींस सोसाइटी में रहे थे। इसके बाद बीटा-2 थाना पुलिस ने जू फाई और उसकी महिला मित्र को गुरुग्राम के होटल से गिरफ्तार किया। आरोपी गेमिंग एप, ट्रेडिंग और लोन एप के जरिये देश के हजारों लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुके थे।
अफ्रीकी मूल नागरिकों द्वारा चलाई जा रही ड्रग्स फैक्ट्री के खुलासे के समय जांच से पता चला था कि अवैध रूप से बिना वीजा और पासपोर्ट रह है थे तब पुलिस ने जोर शोर से अभियान चला कर 40 के विदेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाही की थी.