ग्रेटर नोएडा। नकली नोट छापने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से पुलिस ने सौ-सौ रुपये के बीस नोट व एक प्रिंटर मशीन बरामद किया है। आरोपितों की पहचान त्रिवेंद्र व विकास के रूप में हुई है। दोनों आरोपित इकोटेक तीन थाना क्षेत्र में किराये के मकान लेकर रह रहे थे। जानकारी के मुताबिक आरोपित शाम के समय लगने वाले साप्ताहिक बाजारों में खरीदारी करने के लिए नकली रुपयों का इस्तेमाल करते थे।
ग्रेटर नोएडा पुलिस के मुताबिक, ईकोटेक तीन थाना पुलिस ने नकली नोट छापने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। एक आरोपित ग्रेटर नोएडा वेस्ट के तुस्याना और दूसरा नोएडा के छलेरा गांव में किराये के मकान में रहता था। पुलिस के मुताबिक, आरोपितों में एक टैक्सी ड्राइवर है। उसने बेरोजगार होने के बाद नकली नोट छापने का धंधा शुरू कर दिया।
टैक्सी ड्राइवर ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर नकली नोट छापने का तरीका सीखा। पुलिस ने आरोपितों के पास से 100-100 रुपये के 14 नकली नोट, एक लैपटाप, प्रिंटर मशीन, एक ब्लेड पेपर कटिंग, स्केल आदि बरामद किया है।
ईकोटेक तीन कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि पकड़ा गया मुख्य आरोपित विकास मूल रूप से मथुरा का रहने वाला है। फिलहाल वह नोएडा के छलेरा गांव में किराए के मकान में रहता था। वह खुद की टैक्सी चलाता था, लेकिन उसकी टैक्सी खराब हो गई और काम मिलना बंद हो गया।
बेरोजगार होने के बाद उसने यूट्यूब पर वीडियो देखकर नकली नोट छापने का तरीका सीखा। इसके बाद लैपटॉप, प्रिंटर आदि खरीदा और 100-100 रुपये के नकली नोट छापना शुरू किया। इसके बाद उसने मूल रूप से शहवाजपुर दौलत, खुर्जा देहात बुलंदशहर के रहने वाले त्रिवेंद्र को भी अपने साथ शामिल कर लिया। त्रिवेंद्र फिलहाल ग्रेटर नोएडा के तुस्याना गांव में किराए के मकान में रह रहा था।
बुजुर्ग, अनपढ़ रेहड़ी-पटरी विक्रेताओं को बनाते थे निशाना
पुलिस के मुताबिक आरोपित शहर में शाम के वक्त लगने वाले साप्ताहिक बाजारों के साथ बुजुर्ग और अनपढ़ रेहड़ी-पटरी विक्रेताओं को नकली नोट थमाते थे। आरोपित त्रिवेंद्र 100 रुपये का नकली नोट लेकर रेहड़ी-पटरी दुकानदारों के पास जाता था। वह उनसे 10 व 20 रुपये का सामान खरीदकर शेष रुपये वापस ले लेता था। इससे सामान के साथ असली रुपये मिल जाते थे। इसके बाद दोनों आरोपित पैसे आपस में बांट लेते थे।
नकली नोट छापने का अवैध धंधा आरोपित विकास नोएडा के छलेरा गांव में अपने किराए के कमरे में करता था। इसके बाद आरोपित त्रिवेंद्र इन नकली नोटों को ग्रेटर नोएडा में आकर चलाता था।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि एक महीने पहले ही आरोपितों ने नकली नोट छापने का धंधा शुरू किया था। हबीबपुर गांव में आरोपित त्रिवेंद्र को नकली नोट चलाते समय धर दबोचा गया। इसके बाद पुलिस मुख्य आरोपित विकास तक पहुंच गई।