नई दिल्ली: क्या आप इम्युनिटी बढ़ाने के लिए नींबू पानी पीते हैं? इसके अलावा आप ग्रेवी या फिर सैलेड पर इसे खूब निचोड़ते हैं। अगर ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाएं, क्योंकि अति किसी भी चीज़ की बुरी होती है कुछ ऐसा ही नींबू के साथ भी है। इसके बहुत ज्यादा सेवन से ये सारी समस्याएं कर सकती हैं आपको परेशान।
दांतों पर बुरा असर
रोज़ाना नींबू पानी पीने से दांतों के इनेमल को नुकसान होता है। दांतों की सड़न भी हो सकती है। नींबू के रस में मौज़ूद एसिड के कारण इस समस्या का सामना करना पड़ता है। एक अध्ययन के अनुसार, नींबू अत्यधिक एसिडिक होता है, इसलिए बार-बार एक्सपोज़र आपके दांतों के इनेमल को खराब कर सकता है। नींबू पानी या ऐसी किसी भी चीज़ का सेवन करने के तुरंत बाद अपने दांतों को ब्रश करने से बचें और तुरंत सादा पानी पीना न भूलें। नींबू पानी को स्ट्रॉ से ही पीएं, ऐसा करने से दांतों पर डायरेक्ट नहीं जाता है।
बढ़ सकता है माइग्रेन का दर्द
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार नींबू जैसे खट्टे फलों के ज़्यादा सेवन से माइग्रेन की समस्या भी ट्रिगर हो सकती है। अध्ययनों के अनुसार अगर किसी व्यक्ति को पहले से ही माइग्रेन की समस्या है, तो उसे नींबू का सेवन करते वक्त सतर्कता बरतनी चाहिए। यह अभी तक सिद्ध नहीं हुआ है, मगर पिछले कुछ वर्षों में अध्ययनों ने माइग्रेन और सिट्रस फ्रूट्स के बीच एक संबंध की खोज की है। नींबू में टाइरामाइन अधिक होता है। एक प्राकृतिक मोनोमाइन, सिरदर्द से जुड़ा होता है। यह अन्य फलों की तुलना में नींबू में ज़्यादा पाया जाता है।
हार्टबर्न और अल्सर
एक रिसर्च के मुताबिक, नींबू पानी के अत्यधिक सेवन से हार्टबर्न की समस्या बढ़ सकती है क्योंकि यह प्रोटीन तोड़ने वाले एंजाइम पेप्सिन को सक्रिय कर देता है। नींबू पानी के ज़्यादा सेवन से पेप्टिक अल्सर की स्थिति और खतरनाक हो सकती है। ज़्यादा अम्लीय जूसों की वजह से ही अल्सर होता है। नींबू का रस लेने से हालत और खराब हो सकती है। अगर आप इन बीमारियों से परेशान हैं, तो नींबू पानी के सेवन से पहले एक्सपर्ट की राय लें।