नोएडा। भारतीय जनता पार्टी ने गौतमबुद्ध नगर के कद्दावर नेता नरेंद्र सिंह भाटी पर बड़ा दांव खेला है। भाजपा ने विधान परिषद निकाय चुनाव के लिए गौतमबुद्ध नगर-बुलंदशहर सीट से नरेंद्र सिंह भाटी को पार्टी प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि नवंबर, 2021 में नरेंद्र सिंह भाटी समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा उन्हें महत्वपूर्ण पद देगी। इसी कड़ी में अब भाजपा ने नरेंद्र सिंह भाटी को गौतमबुद्ध नगर-बुलंदशहर सीट से विधान परिषद निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है। बताया जाता है कि समाजवादी पार्टी में रहने वाले नरेंद्र सिंह भाटी तत्कालीन सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के काफी करीबी नेताओं में गिने जाते थे, लेकिन अखिलेश यादव के पार्टी की कमान संभालने के साथ मुलायम कमजोर हुए और नरेंद्र सिंह भाटी की दूरी लगातार उनसे बढ़ने लगी।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी में कई सालों तक रहने के दौरान नरेंद्र सिंह भाटी दो बार मंत्री और विधान परिषद सदस्य भी रहे, लेकिन नवंबर में नरेंद्र सिंह भाटी ने लखनऊ मुख्यालय में भाजपा का दामन थाम लिया, जिसके बाद सपा का जिले में बड़ा झटका लगा। इसमें कोई शक नहीं है कि नरेंद्र सिंह भाटी गौतमबुद्धनर में गुर्जरों के के कद्दावर नेता हैं। गुर्जर बिरादरी में उनकी अच्छी पकड़ है।
यहां पर बता दें कि दादरी में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा अनावरण के बाद से गुर्जर समाज के लोगों में नाराजगी बनी हुई थी, लेकिन ऐसा कहा जाता है कि नरेंद्र भाटी ने ही इस विवाद पर भी विराम लगाने का प्रयास किया और वह इसमें सफल भी रहे। इसका पूरा लाभ भाजपा को विधासभा चुनाव में मिला। गुर्जर बहुल दादरी और जेवर सीट पर भाजपा को जमकर वोट मिले। कुलमिलाकर वह गुर्जरों की नाराजगी खत्म करने में पूरी तरह से सफल रहे।
यहां पर बता दें कि नरेंद्र सिंह भाटी ने राजनीतिक में लंबा सफर तय किया है। मूलरूप से बोड़ाकी गांव के रहने वाले नरेंद्र सिंह ने भाटी ने दादरी तहसील में बतौर बैनामा लेखक के रूप में पांच वर्ष तक काम किया। इसके बाद 1975 कांग्रेस से जुड़े। वर्ष 1980 में ब्लाक प्रमुख बने और दो बार ब्लाक प्रमुख रहे। इसके बाद 1989 और 1991 में सिकंद्राबाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने और सपा में शामिल हो गए। नरेंद्र सिंह भाटी को मुलायम सिंह का काफी करीबी माना जाता था। सपा से 2014 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा और वह भाजपा प्रत्याशी महेश शर्मा का टक्कर भी दी।