नई दिल्ली। प्रीत विहार पुलिस ने कारोबारी के घर हुई सवा करोड़ की चोरी के मामले में बिजनौर स्थित सदरुद्दीन नगर गांव के प्रधान को उसके चार साथियों के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान गांव के प्रधान इरफान उर्फ डोन, उसके साथी फैसल उर्फ फिरोज, राजेश शर्मा, रजिया बेगम के रूप में हुई है। वहीं, चोरी के गहने खरीदने वाले ज्वेलर अर्जुन सैनी को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 39.90 लाख रुपये, 256 ग्राम के गहने, 1619 ग्राम चांदी, 500 ग्राम स्टोन, वारदात में इस्तेमाल की गई स्कूटी, औजारों के अलावा एक बाइक भी बरामद की है।
निर्माण विहार में हुई थी चोरी
पूर्वी जिला पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 18 अक्टूबर को निर्माण विहार निवासी लीना जैन ने पुलिस को घर में चोरी की सूचना दी थी। पीड़िता ने बताया था कि वह वारदात के वक्त वह अपनी बेटी के साथ दीपावली की खरीदारी करने बाजार गई थीं। उसी दौरान चोरों ने घर में रखे गहने, नकदी व अन्य कीमती सामान चोरी कर लिया, करीब सवा करोड़ की चोरी का पता चला। पीड़िता ने बताया कि उनके पति संजय जैन का चांदनी चौक में दवा का कारोबार है। प्राथमिकी पंजीकृत कर पुलिस जांच में जुटी।
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सीसीटीवी फुटेज से खुला राज
थानाध्यक्ष हीरा लाल के नेतृत्व में सुरेंद्र कुमार, एएसआइ वेद प्रकाश की टीम बनाई गई। पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज हाथ लगा, जिसमें कुछ संदिग्ध नजर आ रहे थे। फुटेज से पुलिस ने एक आरोपित की पहचान इरफान उर्फ डान के रूप में की। गुप्त सूचना पर पुलिस ने इरफान व उसके साथी फैसल को भजनपुरा से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद भजनपुरा में ही रहने वाली रजिया नाम की महिला व स्वरूप नगर निवासी राजेश को गिरफ्तार किया।
रेकी के बाद की थी चोरी
पुलिस को जांच में पता चला कि इरफान ने कारोबारी के घर की रेकी करने के बाद फैसल के साथ चोरी की थी। उन्हें औजार रजिया और राजेश ने उपलब्ध करवाए थे। चोरी के बाद उन्होंन कुछ गहने सदरुद्दीन नगर के ज्वेलर अर्जुन सैनी को बेचे थे। बाद में पुलिस ने उन्हें भी पकड़ लिया।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने नहीं किया सहयोग
पुलिस सूत्रों का कहना है कि फुटेज से जब इरफान की पहचान हुई तो वह उसे गिरफ्तार करने के लिए सदरुद्दीन नगर गांव गई थी। दिल्ली पुलिस ने बिजनौर पुलिस से सहयोग मांगा था, लेकिन मामला प्रधान से जुड़ा होने की वजह से वहां की पुलिस ने सहयोग नहीं किया।
नेता के साथ ही बदमाश भी है प्रधान
दिल्ली पुलिस को जांच में पता चला कि इरफान नेता होने के साथ ही बदमाश भी है। इरफान पर पहले भी डकैती, लूट, चोरी समेत 16 आपराधिक केस दर्ज हैं। पहली बार वह 1992 में हत्या के प्रयास में जेल गया था।वह दूसरी बार गांव का प्रधान बना है।