नई दिल्ली। तस्करी और जिस्म के कारोबार के लिए भारत लाई गई उज्बेकिस्तान की सात लड़कियों में से पांच के एक निजी आश्रय गृह से लापता होने के बाद दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को समन जारी किया है। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बताया कि तस्कर लड़कियों को नेपाल के रास्ते दिल्ली लाए थे और उनके पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज भी छीन लिए थे। यहां पर उन्हें गलत काम के लिए मजबूर किया गया और जब उन्होंने इसका विरोध किया तो तस्करों द्वारा उन्हें धमकाया और पीटा गया। उनके साथ कई बार दुष्कर्म भी किया गया।
आयोग की पहल पर दर्ज हुई थी एफआइआर
इस पर आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर एफआइआर भी दर्ज कराई थी। आयोग के मुताबिक तीन तस्करों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। वहीं, सात लड़कियों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाकर एक आश्रय गृह भेजा गया था। जहां पर वे बीते कुछ दिनों से रह रही थी। लेकिन अब पांच लड़कियां इस आश्रय गृह से लापता है।
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पुलिस उपायुक्त को जारी किया समन
आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए नई दिल्ली उपायुक्त को समन जारी कर मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने लड़कियों के लापता होने के मामले में दर्ज एफआइआर के साथ पुलिस द्वारा लापता लड़कियों का पता लगाने और उन्हें बरामद करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी है। साथ ही सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की स्थिति भी मांगी है। आयोग ने निजी आश्रय गृह को नोटिस भी जारी किया है।