नई दिल्ली। मार्च माह में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर हुई तोड़फोड़ की घटना के मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोप-पत्र दाखिल किया है। मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा व न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ को दिल्ली पुलिस ने सूचित किया कि मामले में 30 लोगों को आरोपित बनाया गया है।
फिल्म द कश्मीर फाइल्स पर केजरीवाल की टिप्पणी के विरोध में भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने सीएम आवास का घेराव किया था। कुछ प्रदर्शनकारियों ने आवास के बाहर लगे बूम-बैरियर को तोड़ दिया था।
दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश अधिवक्ता संजय लाओ ने सीलबंद लिफाफे में स्थिति रिपोर्ट पेश की। साथ ही यह भी बताया कि सीएम आवास की ओर जाने वाली सड़क के दोनों छोर पर दो गेट लगाए जाएंगे। इसका 60 प्रतिशत काम पूरा हो गया है और यह कुछ दिनों में पूरा हो जाएगा।
सुनवाई आठ अगस्त तक स्थगित
संक्षिप्त सुनवाई के बाद पीठ ने सुनवाई आठ अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी है। आप विधायक सौरभ भारद्वाज की तरफ से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पुलिस द्वारा दाखिल रिपोर्ट पर जवाब दाखिल करने के लिए मुख्यमंत्री सचिवालय को समय देने की मांग कर सुनवाई स्थगित करने का अनुरोध किया।