शाहजहांपुर। वृद्धावस्था पेंशन में घोटाला करके निलंबित समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार ने जो संपत्ति व लग्जरी वाहन खरीदे थे, उन्हें जब्त किया जाएगा। पुलिस की ओर से इसको लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उसकी अन्य संपत्तियों का भी ब्योरा जुटाया जा रहा है। पूछताछ में जिन लोगों के नाम सामने आए उन पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है। एक आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लखीमपुर में दबिश दी गई। हालांकि, वह भाग निकला।
अप्रैल 2023 में समाज कल्याण विभाग में हुए पेंशन घोटाले को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस मामले में डीएम उमेश प्रताप सिंह की ओर से कराई गई जांच के बाद शासन ने राजेश कुमार को निलंबित कर दिया था। पिछले दिनों वह आत्मसमर्पण करके जेल चला गया, लेकिन पुलिस ने रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की तो कई अहम जानकारियां दीं।
संपत्ति को जब्त कराने की प्रक्रिया शुरू
बताया कि घोटाले की रकम से लखनऊ में तीन मकान व सीतापुर में हाईवे किनारे जमीन खरीदी। चार लग्जरी वाहन भी खरीदे। अब इस संपत्ति को जब्त कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उसने मकान, जमीन व वाहन किसके नाम खरीदे इसका ब्योरा जुटाया जा रहा है। जल्द ही इसमें और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
लखीमपुर में दबिश
वीएस वीर कुमार, सीओ सिटी ने बताया कि राजेश कुमार ने घोटाले की रकम से जो संपत्ति व वाहन खरीदे हैं, वे जब्त होंगे। उसने पूछताछ में लखीमपुर के एक व्यक्ति समेत कुछ और लोगों के नाम बताए थे, जिनकी जांच शुरू हो गई है। उसने पूछताछ में स्थानीय स्तर पर कुछ कम्प्यूटर आपरेटर रखे जाने की जानकारी दी थी। उनसे भी पूछताछ की जा रही है। संलिप्तता मिलने पर उन्हें भी जेल भेजा जाएगा।