उत्तर प्रदेश के नोएडा में किसानों को बांटे जाने वाले मुआवजा घोटाले में बड़ा खुलासा हुआ है। नोएडा प्राधिकरण में हुए मुआवजा घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में यह बड़ा खुलासा किया है। सुप्रीम कोर्ट को सौंप गई अपनी रिपोर्ट में एसआईटी ने खुलासा किया है कि नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा के अपात्र किसानों को 117.56 करोड रुपए का मुआवजा बांट दिया। एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौंप दी है, कोर्ट ने रिपोर्ट मिलने के बाद नोएडा प्राधिकरण को सभी ओरिजिनल दस्तावेज पेश करने के निर्देश दिए हैं।
जमीन अधिग्रहण के बदले बांटा गया मुआवजा
उत्तर प्रदेश के नोएडा में जमीन की कीमत आसमान छू रही है। नोएडा में विकास के कामों के लिए नोएडा प्राधिकरण यहां के मूल किसानों से जमीन का अधिग्रहण करता है। अब एक बड़ा खुलासा हुआ है। नोएडा प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों ने मुआवजा वितरण में बड़ा गड़बड़झाला किया है। नोएडा प्राधिकरण के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों ने करोड़ों रुपए का मुआवजा अपात्र किसानों को बांट दिया था। नोएडा के किसानों को बांटे जाने वाले इस मुआवजे में नोएडा में तैनात अधिकारी, सफेदपोश नेता, भू माफिया और बिचौलिए भी साझेदार बने थे।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बनी थी
उत्तर प्रदेश के नोएडा में हुए करोड़ों रुपए के मुआवजा घोटाले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एसआईटी का गठन किया गया था। इस एसआईटी में उत्तर प्रदेश रिवेन्यू बोर्ड के अध्यक्ष, मेरठ मंडल की कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे और मेरठ के एडीजे डीके ठाकुर शामिल थे। अब एसआईटी ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। इस जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा किया गया है। एसआईटी की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है कि नोएडा प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों ने 117.56 करोड रुपए अपात्र किसानों को बांट दिए। रिपोर्ट मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा में हुए मुआवजा घोटाले से जुड़े सभी ओरिजिनल दस्तावेज कोर्ट में जमा करने के निर्देश दिए हैं। कोर्ट में इ