बरेली। उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक चूहे की हत्या का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। इस मामले में चूहे को डुबोकर मारने वाले शख्स के खिलाफ एफआईआर भी हुई है, जिसके बाद चूहे की डेडबाडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) के डाक्टरों ने पोस्टमार्टम में पाया है कि चूहे की मौत दम घुटने के कारण हुई थी। मतलब उसके फेफड़ों तक आक्सीजन नहीं पहुंच पाई थी।
पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों ने रिपोर्ट में बताया है कि डुबाए जाने की वजह से चूहे के फेफड़ों में आक्सीजन नहीं जा रही थी, इस स्थिति को अनआक्सिया कहते हैं। इससे चूहे के शरीर में आक्सीजन नहीं पहुंच पा रही थी, जिससे वह काफी देर तड़पता रहा। चूहे के फेफड़ों में एल्वियोली (वायुकोष्ठिका) में वायु ना जाने से वह फटना शुरू हो गई थी। इस वजह से चूहे की मृत्यु हो गई।
आइवीआरआइ के प्रधान वैज्ञानिक डा. जी साइ कुमार ने बताया कि रिपोर्ट को गुरुवार शाम तक बदायूं के थाना प्रभारी को भेज दिया जाएगा।
जानें क्या था पूरा मामला
दरअसल, घटना एक सप्ताह पहले बदायूं के शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला पनवड़िया की है। यहां के निवासी युवक मनाेज कुमार ने एक चूहे की पूंछ में पत्थर बांधकर उसे नाले में डुबोकर मार डाला था। इस घटना को शहर के मोहल्ला कल्याण नगर के निवासी पशु प्रेमी विकेंद्र शर्मा ने देख लिया और आपत्ति जाहिर की थी। इसके बाद विकेंद्र ने मनोज के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एफआइआर भी दर्ज करवाई थी।
कमिश्नर के आदेश पर बरेली नगर निगम ने चलाया चाबुक, कब्जेदारों में मची भगदड़, दर्जन भर अधिक पर लिखेगी प्राथमिकी
कमिश्नर के आदेश पर बरेली नगर निगम ने चलाया चाबुक, कब्जेदारों में मची भगदड़, दर्जन भर अधिक पर लिखेगी प्राथमिकी
यह भी पढ़ें
एफआइआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने चूहे का शव पोस्टमार्टम के लिए आइवीआरआइ बरेली भेजा था। डा. अशोक कुमार और डा. पवन ने संयुक्त रूप से पोस्टमार्टम किया, जिसकी रिपोर्ट पैथोलाेजी विभाग के प्रभारी प्रधान विज्ञानी साइ कुमार को सौंप दी है। प्रधान विज्ञानी डा. जी साइ कुमार ने बताया कि रिपोर्ट को गुरुवार शाम तक बदायूं के थाना प्रभारी को भेज दिया जाएगा।