ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के पल्ला गांव में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (डब्ल्यूटीपी) पर पिछले करीब सात महीने से धरने पर बैठे किसानों को प्राधिकरण ने मंगलवार को जबरन पुलिस की मदद से हटवाकर धरना समाप्त कराया। उधर, किसानों का आरोप है कि किसान नेता सुनील फौजी सोमवार रात ग्रेटर नोएडा के निजी अस्पताल में भर्ती पत्नी को देखने गए थे, तभी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार सुबह पुलिस ने धरनास्थल पर बैठे किसान व महिलाओं से धक्का मुक्की व अभद्रता की। 50 के करीब महिलाओं को हिरासत में लेकर बस में बैठाकर ले गए। हालांकि कुछ देर बाद उन्हें धरनास्थल पर छोड़ दिया गया।
किसानों का कहना है बुधवार को सबसे पहले किसान नेता को छुड़वाया जाएगा। उसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। इससे पहले सोमवार को प्राधिकरण ने गंगाजल परियोजना शुरू कराने के लिए किसानों से सहयोग की अपील की थी। सहयोग न करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो भी वायरल कर दिया गया है इसमें किसानों और पुलिस की बीच धक्कामुक्की होती दिख रही है। वहीं एक बुजुर्ग महिला भी छड़ी उठाते दिख रही हैं।
प्राधिकरण के अनुसार, ओएसडी सचिन कुमार सिंह, जीएम एके अरोड़ा व वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह ने पुलिसबल की मौजूदगी में मंगलवार को किसानों से वार्ता कर धरना खत्म करा दिया और पल्ला स्थित डब्ल्यूटीपी पर कमिशनिंग का काम शुरू करा दिया। गंगाजल शीघ्र ही जैतपुर स्थित ट्रीटमेंट प्लांट पहुंच जाएगा और फिर ग्रेटर नोएडावासियों तक गंगाजल पहुंचाने का काम शुरू होगा। प्राधिकरण ने अगले तीन माह में गंगाजल की आपूर्ति के लिए कमिशनिंग का काम पूरा होने की उम्मीद जताई। धरनारत किसानों ने प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता करने की मांग की, जिस पर ओएसडी सचिन कुमार सिंह ने आश्वस्त किया कि उनकी वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता कराई जाएगी।
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दादरी कोतवाली का किया घेराव
सुनील फौजी की गिरफ्तारी से नाराज किसानों ने दादरी कोतवाली का घेराव कर पुलिस व प्राधिकरण के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों का कहना है पुलिस ने जबरन किसान नेता को गिरफ्तार किया है, जब तक उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा हंगामा जारी रहेगा। पुलिस किसानों पर अत्याचार कर रही है। एसीपी-टू ग्रेनो नितिन कुमार सिंह ने बताया कि धरना प्रदर्शन करने में मुख्य भूमिका का निभा रहे चिटहेरा गांव निवासी सुनील फौजी को गिरफ्तार किया है। वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
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85 क्यूसेक गंगाजल परियोजना सभी ग्रेटर नोएडावासियों के लिए महत्वपूर्ण है। एक तरफ उनके घरों में गंगाजल आने लगेगा और दूसरी तरफ भूजल की बचत होगी। प्राधिकरण की टीम इस परियोजना को समय से पूरा करके ग्रेनोवासियों के घरों तक गंगाजल शीघ्र लाने की पूरी कोशिश करेगी।
– सुरेंद्र सिंह, सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण व कमिश्नर मेरठ मंडल
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गंगाजल परियोजना की महत्वपूर्ण तिथियों पर एक नजर
– 2005 में गंगाजल परियोजना का हुआ एलान
– फरवरी 2019 में दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन के नीचे काम करने की अनुमति
– जुलाई 2019 में एनटीपीसी दादरी से मिली एनओसी
– जून 2021 में वन विभाग ने दी काम करने की अनुमति
– जुलाई 2021 में आइओसीएल से पाइप लाइन डालने की मिली अनुमति
– अक्टूबर 2021 में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नीचे से लाइन डालने की अनुमति
– दिसंबर 2021 में पल्ला के डब्ल्यूटीपी तक पहुंचा गंगाजल
– किसानों के विरोध के चलते दिसंबर से अब तक काम अटका