नई दिल्ली। Tax Collection Data देश में सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह (Gross Direct Tax Collections) चालू वित्त वर्ष में अब तक 26 प्रतिशत बढ़कर 13.63 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है, यह कर टीडीएस में कटौती और एडवांस कॉर्पोरेट टैक्स से प्राप्त हुआ है। देश में कर संग्रह में वृद्धि ऐसे समय पर हो रही है, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका बनी हुई है और यह भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को दिखाता है।
सरकार की ओर से जारी बयान में बताया गया कि सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह चालू वित्त वर्ष में 26 प्रतिशत बढ़कर 13.63 लाख करोड़ पर पहुंच गया है। रिफंड के समायोजन के बाद शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (Net Direct Tax Collections) 11.35 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो पूरे साल के बजट लक्ष्य का लगभग 80 प्रतिशत है। प्रत्यक्ष कर कॉर्पोरेट टैक्स और व्यक्तिगत आय से मिलकर बनता है।
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केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने कहा कि 13,63,649 करोड़ रुपये के सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह में 7.25 लाख करोड़ रुपये का कॉर्पोरेट टैक्स और 6.35 करोड़ रुपये का सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) के साथ पर्सनल इनकम टैक्स (PIT) शामिल है।
2.28 लाख करोड़ का रिफंड किया जारी
सीबीडीटी ने कहा कि 17 दिसंबर, 2022 तक लगभग 2.28 लाख करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए हैं, जो कि एक साल पहले की अवधि की तुलना में 68 प्रतिशत अधिक है।
टैक्स में लगातार हो रही बढ़ोतरी
सीबीडीटी ने आगे कहा कि इनकम टैक्स रिटर्स (आईटीआर) की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। 17 दिसंबर तक 96.50 प्रतिशत आईटीआर वेरिफाइड हो चुके हैं। रिफंड प्रोसेस में तेजी आने के कारण चालू वित्त वर्ष में रिफंड की संख्या में भी 109 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।