तभी बस रिखणीखाल-बीरोंखाल मोटर मार्ग पर सीमडी गांव के पास अनियंत्रित हो कर 500 गहरी खाई में जा गिरी।
बस में कुल 50 से 55 लोग सवार बताए जा रहे है मौके पर राहत बचाव कार्य जारी है।
अभी तक 20 घायलों को खाई से निकाल कर हॉस्पिटल भेज दिया गया है
जबकि 32 के लगभग बारातियो की मौत हो चुकी है।
रेस्क्यू कर मृतकों को खाई से बाहर निकाला जा रहा है
मौके पर मौजूद ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश बना हुआ है
ग्रामीणों का कहना है देर रात को जिले के सभी अधिकारी तो मौके पर पहुंच गए हैं लेकिन एसडीआरएफ के सिर्फ 6 से 7 लोग मौके पर पहुंचे हैं।
वही सुबह होते एसडीआरएफ की टीम व एनडीआरएफ की टीम भी घटनास्थल पर पहुँच गयी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बस दुर्घटना का मुख्य कारण बस का पट्टा टूटना ही रहा है क्योंकि रात को घटनास्थल पर बड़ा आम की आवाज आई उसके बाद ही बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई
वहीं जिलाधिकारी पौड़ी विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि 4 अक्टूबर को देर शाम 7:00 बजे के लगभग धुमाकोट क्षेत्र के सिमडी गांव के समीप एक बस खाई में गिरने की सूचना प्राप्त हुई है। जिसमें 45 से अधिक व्यक्ति सवार होने की सूचना परिजनों से प्राप्त हुई है।
इस घटना के बाद जो हमने वहां पर खोजबीन शुरू की तो एसडीआरएफ और पुलिस की टीम ने खोजबीन शुरू की तो रात भर खोजबीन करने के बाद 20 घायल व्यक्तियों को निकालकर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया ।
उसमें से एक घायल व्यक्ति के उपचार के दौरान मृत्यु हो गई है। बाकी जो शेष यात्री थे उस बस में उनकी खोजबीन जारी है अभी तक नो शव खाई से बरामद कर लिए गए हैं। बाकी यात्रियों की खोजबीन जारी हैं।
जनपद में दो एसडीआरएफ के टीमो को हमने यहां पर भेजा था और अन्य जनपदों से भी हमने एसडीआरएफ की टीम की मांग की थी, अल्मोड़ा और नैनीताल जनपद से हमें 2 टीमें प्राप्त हो गई हैं। रुद्रपुर से भी हमने एक टीम के लिए रिक्वेस्ट की थी वह भी मौके पर पहुँच चुकी है एनडीआरएफ की टीम को भी देर रात को सूचना दी थी वह भी मौके पर पहुंच गई है उन्होंने भी अपना रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है।