वाराणसी के भूसौला गांव से एक रोचक किस्सा सामने आया है. जहां एक पशुपालक की पिछले कुछ दिनों से गायब बकरी पड़ोसी के घर से ही मिल गई. दरअसल, मालिक की बेटी ने उसे पहचानकर आवाज दी तो बकरी ‘सीता’ खुद-ब-खुद लौट आई. चोरी हुई बकरी को पाकर अब पुराने पालक के परिवार में खुशी लौट आई. लेकिन मामला पहले पंचायत और फिर पुलिस थाने तक पहुंचा था.
वाराणसी के सेवापुरी स्थित कपसेठी थाना इलाके के भूसौला गांव का यह मामला है. यहां की एक महिला निशा देवी ने अपनी ही पड़ोसी रेशमा देवी पत्नी संतोष पर बकरी चोरी का आरोप लगाया. काफी दिनों तक बकरी की खोजबीन हुई, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका. लेकिन इत्तेफाक से शुक्रवार को उसी पड़ोसी रेशमा देवी के घर का दरवाजा खुला रह गया और बकरी घर के बाहर निकल आई.
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जब बकरी पर पुराने पशुपालक निशा की बेटी की नजर पड़ी, तो उसने बकरी के नाम ‘सीता’ पुकारा, तो बकरी भागी-भागी उसके पास जा पहुंची. फिर क्या था? भेद खुल जाने पर गांव में पंचायत भी बैठी. लेकिन बात नहीं बनी.
इसके बाद पुलिस चौकी पर भी दोनों पक्षों को बुलाया गया और अंत में पुलिस ने भी बकरी उसके असली पशुपालक यानी निशा देवी को सौंप दी. वहीं, इस पूरे मामले में कपसेठी थानाध्यक्ष सतीश कुमार यादव ने बताया कि इस मामले में कोई केस नहीं हुआ था. जिसकी बकरी थी, गुम होने के बाद उसे वापस मिल गई है.