नई दिल्ली। देश में आतंकी हमले की साजिश रच रहे आईएस (इस्लामिक स्टेट, IS) के तीन आतंकियों की तलाश में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए, NIA) देश भर में छापेमारी कर रही है। तीनों दिल्ली के विभिन्न इलाकों के रहने वाले हैं। आईएस ने इन्हें आतंकी हमले की जिम्मेदारी सौंपी है। तीनों इस्लामिक स्टेट के स्लीपर मॉड्यूल का हिस्सा हैं।
इन्हें पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, पुणे एसटीएफ समेत कई राज्यों की पुलिस को भी सहयोग करने को कहा गया है। एनआईए का कहना है कि इस मॉड्यूल के सदस्य पुणे में भी हो सकते हैं।
पुलिस हिरासत से भागा मोहम्मद शाहनवाज
दिल्ली का रहने वाला मोहम्मद शाहनवाज आलम उर्फ शैफी उज्जमा उर्फ अब्दुला को इंजीनियर के नाम से जाना जाता है, वह बीते जुलाई में पुणे पुलिस की हिरासत से भाग गया था। उसको लेकर कहा जा रहा है कि वह दिल्ली-एनसीआर में फर्जी पहचान पत्र बनवा कर रह रहा है।
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तीनों पर तीन-तीन लाख का इनाम
वह दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के जामिया नगर का रहने वाला है। दिल्ली के अन्य दो युवक अब्दुल्लाह फयाज शेख उर्फ डायपरवाला जिसकी पुणे में डायपर की दुकान थी, और रिजवान अब्दुल हाली अली मध्य जिला के दरियागंज के रहने वाले हैं। एनआईए ने तीनों पर तीन-तीन लाख का इनाम रखा है।
भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की योजना
एनआईए का कहना है कि देश में इस्लामिक राज्य स्थापित करने के लक्ष्य के साथ आतंक और हिंसा फैलाने के लिए आईएस ने भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की योजना बनाई है। सूत्रों की मानें तो इनमें एक के बारे में एनआईए को सुराग मिल गया है।
अब्दुल्ला के ओमान भागने की संभावना
खुफिया सूत्रों की मानें तो अब्दुल्ला के ओमान भाग जाने की संभावना है। एनआईए उसके प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है और समझा जाता है कि उसने मामले से संबंधित विवरण नोडल एजेंसी और विदेश मंत्रालय के साथ साझा किया है।
डायपर की दुकान में बनते थे विस्फोटक उपकरण
खुफिया सूत्र ने बताया कि पुणे के कोंढवा इलाके में अब्दुल्ला की डायपर की दुकान का इस्तेमाल विस्फोटक उपकरणों के निर्माण और परीक्षण के लिए एक कार्यशाला के रूप में किया जाता था। पिछले माह दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और अन्य एजेंसियों ने इस मॉड्यूल के सदस्यों को पकड़ने के लिए देश भर में 100 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की थी।
पुलिस हिरासत से भागे शाहनवाज के सहयोगियों को पकड़ा
शाहनवाज को पुणे पुलिस ने 17-18 जुलाई की मध्यरात्रि को उस समय पकड़ा था, जब वह पुणे के कोथरुड इलाके में एक मोटरसाइकिल चोरी करने की कोशिश कर रहा था। जब उसे आगे की पूछताछ के लिए अपने ठिकाने पर ले जाया जा रहा था तब वह पुलिस हिरासत से भाग गया था। बाद में पुलिस ने पुणे में शाहनवाज के दो सहयोगियों इमरान और यूनुस को पकड़ लिया था।
कई संवेदनशील वस्तुएं मिलीं
माना जा रहा है ये लोग आईएस प्रेरित मॉड्यूल का हिस्सा हैं। पुणे पुलिस की सूचना पर एनआईए ने जब तलाशी ली थी तब कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई थी, जो युवाओं को प्रतिबंधित आईएस से जोड़ रही थी और देश में शांति को बाधित करने की साजिश रची जा रही थी।