ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस वे की टोल दरों को लेकर 26 फरवरी को यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में फैसला होगा। आगामी वित्त वर्ष के लिए बजट आवंटन को लेकर होने वाली बैठक से पहले यमुना प्राधिकरण ने जेपी इंफ्राटेक से रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट में कंपनी को टाेल शुल्क में बढ़ोतरी के प्रस्ताव की वजह तार्किक रूप स्पष्ट करनी होगी।
प्राधिकरण ने वृद्धि की मांगी वजह
जेपी इंफ्राटेक ने टोल दरों में वृद्धि के लिए यमुना प्राधिकरण को प्रस्ताव दिया था। इस प्रस्ताव को प्राधिकरण की 79 वीं बोर्ड बैठक में रखा गया था, लेकिन बोर्ड ने इस प्रस्ताव पर फैसला करने के बजाए कंपनी से टोल दरों में वृद्धि की वजह बताते हुए रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट में कंपनी को बताना होगा कि एक्सप्रेस वे की निर्माण लागत कितनी थी।
एक्सप्रेस वे की शुरुआत में यातायात को लेकर क्या पूर्वानुमान लगाया गया था। इसके सापेक्ष यातायात की स्थिति क्या है। इससे प्राप्त होने वाले टोल शुल्क की प्रतिशत दर कितनी है। यातायात के पूर्वानुमान के अनुसार, कंपनी एक्सप्रेस वे की निर्माण लागत कब तक प्राप्त कर लेगी। 36 साल की अनुबंध अवधि पूरा होने तक उसे कितना राजस्व मिल चुका होगा।
26 फरवरी को होगी बोर्ड की बैठक
निर्धारित अवधि में लागत की प्रतिपूर्ति के लिए टोल शुल्क में कितनी वृद्धि की जरूरत है। एक्सप्रेस वे के रखरखाव व पर होने वाले खर्च के अलावा नोएडा एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने पर एक्सप्रेस वे पर बढ़ने वाले यातायात के पूर्वानुमान एवं उससे प्राप्त होने वाले टोल शुल्क, टोल वसूली की अवधि 15 साल बढ़ाने पर यातायात व टोल शुल्क आदि की जानकारी देनी होगी। यमुना प्राधिकरण सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि टोल दर वृद्धि को लेकर मांगी गई रिपोर्ट के आधार पर प्राधिकरण बोर्ड आगामी 26 फरवरी को होने वाली बैठक में विचार करेगा।
टोल दरों में प्रस्तावित वृद्धि रुपये प्रति किमी
- श्रेणी वर्तमान प्रस्तावित
- दो, तीन पहिया व ट्रैक्टर 1.25 1.50
- कार, जीप, हल्के वाहन 2.50 2.95
- हल्के व्यवसायिक वाहन 3.90 4.60
- बस, ट्रक 7.85 9.35
- भारी वाहन तीन से छह धुरीय 11.90 14.25
- छह व उससे अधिक धुरीय 15.40 18.35