नोएडा : नोएडा में रविवार को यूपीटीईटी परीक्षा छूटने पर परीक्षार्थियों ने कई परीक्षा केंद्रों के बाहर काफी देर तक हंगामा काटा। परीक्षा केंद्रों के बाहर तैनात सुरक्षा गार्डों से धक्कामुक्की के साथ गेट को तोड़ने का प्रयास किया। कई परीक्षार्थियों ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी कार्यालय में की है। वहीं परीक्षा केंद्र के बाहर हंगामे की सूचना पर पुलिस भी पहुंची और परीक्षार्थियों को शांत कराया।
रविवार को पहली पाली सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 12.30 तक आयोजित हुई। पहली पाली की परीक्षा के दौरान सेक्टर-30 स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल, सेक्टर-25 स्थित सनराइज आदि स्कूलों के बाहर हंगामा किया। कई केंद्रों पर परीक्षार्थी बारिश के कारण पहुंचने में लेट हो गए तो उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। कुछ केंद्रों पर उचित दस्तावेजों के अभाव में उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश से रोक दिया गया। इसे लेकर परीक्षा केंद्र पर उम्मीदवारों ने हंगामा कर दिया। वहीं, अभिभावकों में नाराजगी देखने को मिली। दस्तावेजों को लेकर केंद्र संचालकों द्वारा कहा गया कि डीएलएड, बीएड मार्कशीट की मूल प्रति या इंटरनेट से निकली मार्कशीट की प्रमाणित कापी लेकर आना था। प्रमाणित प्रति डायट प्राचार्य या संबंधित संस्था के प्राचार्य द्वारा प्रमाणित होनी चाहिए थी। वहीं अभ्यर्थियों का कहना था कि स्वप्रमाणित अभिलेख व शपथपत्र देने पर भी परीक्षा केंद्र में प्रवेश देने का प्रविधान बनाया गया था। वहीं पुलिस का कहना था कि मार्कशीट की प्रति के सत्यापन के लिए, परीक्षार्थियों को प्रिसिपल या संबंधित अधिकारी से हस्ताक्षर कराना चाहिए था, लेकिन उन्होंने इसे कहीं और से कराया प्रमाणित करवा लिया। यही कारण है कि परीक्षा केंद्र के अधिकारियों ने उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया।
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मेरे पास सभी दस्तावेज हैं, लेकिन केंद्र प्रबंधन ने दस्तावेजों पर प्रिसिपल के हस्ताक्षर द्वारा प्रमाणित प्रतियां दिखाने की मांग की। इस कारण परीक्षा में उपस्थित नहीं होने दिया गया है।
-सब्बो
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मेरे पास सभी वैध दस्तावेज थे। स्कूल प्रबंधन ने सैनिटाइजर लाने को कहा तो वह दुकान से लेने चली गई। जब वापस लौटी तो स्कूल प्रबंधन ने प्रवेश देने से मना कर दिया।
-बब्ली
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वह सैनिटाइजर लेने के लिए दुकान गए थे। जब वापस लौटे तो स्कूल ने सुबह 9:25 पर ही गेट बंद कर दिया। इसके बाद प्रवेश नहीं दिया गया है।
-संतराम यादव
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स्कूल प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की है। जिनकी परीक्षा छूटी हैं, उनके लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए।
-ज्योति निगम
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जिन लोगों के पास वैध दस्तावेज नहीं थे, उन्हें परीक्षा केंद्र के अधिकारियों के अनुसार परीक्षा केंद्रों में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई थी। वैध दस्तावेज वाले किसी भी उम्मीदवार को परीक्षा में शामिल होने से नहीं रोका गया।
– रणविजय सिंह, एडिशनल डीसीपी नोएडा