ग्रेटर नोएडा : कहते हैं शिक्षा का दान महादान होता है। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर बीटा-दो में रहने वाली साधना सिन्हा शिक्षा की दधिचि बनी हुई हैं। जो अपने प्रयासों से बच्चों को ऊंची उड़ान के लिए तैयार कर रही हैं। नंहक फाउंडेशन की संस्थापक साधना सिन्हा ने पांच साल पहले जो बच्चों को प्रभावशाली बनाने की जिद पाली थी वह उसी लगन के साथ अपने साथियों के साथ आगे बढ़ा रही हैं। उनकी टीम न केवल 60 बच्चों को शिक्षित कर रही हैं बल्कि उनके कौशल को भी विकसित कर रही हैं। इन बच्चों में तमाम ऐसे हैं जो पहले भीख मांगते थे,घरों में काम करते थे और कूड़ा बीनते थे। फ्री मिल रही पठन-पाठन सामग्री
सेक्टर ईटा-एक में चल रहे नंहक फाउंडेशन में बच्चों को उनकी क्षमता के हिसाब से शिक्षित किया जा रहा है। कुछ बच्चे ऐसे हैं जिन्हें प्राथमिक शिक्षा दी जाती है तो कई विद्यालयों में पढ़ रहे हैं, जिन्हें उनके पाठ्यक्रम के अनुरूप पढ़ाया जाता है। साधना सिन्हा साथियों के साथ मिलकर इन्हें पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध कराती हैं।
पति ने बढ़ाया हौसला
साधना ने बताया कि पति ने ही उनका हौसला बढ़ाया। वह पति के साथ सेक्टर ईटा-एक में गई थी। वहां देखा कि बहुत से ऐसे बच्चे हैं जो पढ़ाई नहीं करते हैं। उनके पति ने कहा कि अगर इन बच्चों के लिए कुछ कर सकती हो तो आगे आओ और इन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित करो। बस क्या. पति की प्रेरणा उनकी साधना बन गई।
शुरुआत में नहीं मिला सहयोग
शुरुआत में लोगों ने सहयोग नहीं किया लेकिन धीरे-धीरे लोग अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेजने लगे। जब बच्चों की संख्या बढ़ी तो शहर में काम कर रही कुछ संस्थाएं भी आगे आने लगी और उन्होंने भी सहयोग करना शुरू कर दिया।
एक्टिविटीज क्लासेज की भी व्यवस्था
बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ डांस व अनेकों ऐसे हुनर सिखाये जाते है,जिससे ये न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी आगे जा सके। इन्हें ये सब निशुल्क मुहैया कराया जाता हैं। यहां कई एक्टिविटीज क्लासेज भी चलाई जा रही है।