नीरज शर्मा की रिपोर्ट
बुलंदशहर। किसानों के लिए एक राहत भरी और अच्छी खबर है। अब उन्हें अपना किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) बनवाने के लिए न तो बैंकों के चक्कर लगाने की जरूरत है और न ही तहसील आदि की। वह अब अपना केसीसी ऑनलाइन आवेदन कर बनवा सकेंगे। इसके लिए शासन ने केसीसी एप जारी कर दिया है। इस नई सुविधा से दलालों से भी छुटकारा मिलेगा।
सरकार ने किसानों को फसली ऋण उपलब्ध करवाने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) बनवाने की सहुलियत दी है। अभी तक किसानों को केसीसी कार्ड बनवाने के लिए बैंक के अलावा तहसील के भी चक्कर लगाने पड़ते थे। इसके लिए कई तरह के कागजातों की भी जरूरत पड़ी थी। इसे बनवाने के लिए किसानों को दलालों का भी सहारा लेना पड़ता रहा है। शासन इस समय किसानों को कोरोना काल के चलते आ रही परेशानी से निकालने के लिए उनको फसली ऋण उपलब्ध करवाने के लिए केसीसी बनवाने पर विशेष ध्यान दे रही है। हाल ही में शासन ने इस संबंध में एक आदेश भी जारी किया था कि किसान अपने बैंक में जाकर कुछ जरूरी कागजात देकर ही केसीसी बनवा सकता है। शासन का यह भी आदेश है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के पात्र किसानों का केसीसी जरूरी है। अब शासन ने किसानों की सहूलियत के लिए एक और पहल शुरू की है। इसके लिए केसीसी एप जारी किया है। इसके माध्यम से किसान खुद या फिर सीएससी यानि कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर अपना ऑनलाइन आवेदन करवा सकते हैं। यह आवेदन होने के बाद आगामी कार्रवाई के लिए तहसील में जाएगा। तहसील के अधिकारी इसमें किसान के नाम जमीन आदि दर्ज कर केसीसी बनवाने के लिए उसके संबंधित बैंक को आवेदन प्रेषित करेंगे। इसके बाद बैंक स्वयं ही किसान का केसीसी बना देगा। साथ ही किसान को फसली ऋण भी निर्धारित कर देगा। अफसरों का कहना है कि शासन की इस नई पहल से किसानों को बैंक और तहसील में जाने से निजात मिलेगी तो साथ ही दलालों से भी छुटकारा मिलेगा।
शासन ने किसानों का केसीसी बनवाने के लिए केसीसी एप लांच किया है। इसके माध्यम से किसान अब खुद या फिर सीएससी पर जाकर केसीसी बनवाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। केसीसी बनवाने के लिए किसानों को अब बैंक या फिर तहसील पर जाने की जरूरत नहीं है। आवेदन के बाद किसान का पूरी प्रक्रिया के बाद बैंक की ओर से केसीसी बन जाएगा। – आरपी चौधरी, उप कृषि निदेशक।