लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रविवार को रिकॉर्ड स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण के नए केस मिलने पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा के साथ चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना तथा विपक्षी दल के नेता भी थे। सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को अब मंत्रिमंडल की बैठक करेंगे। इस बैठक में सर्वदलीय बैठक के सुझाव पर समीक्षा होगी।
राजभवन के गांधी सभागार में सम्पन्न बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लोगों की लापरवाही अब इसके संक्रमण के एक बार फिर से काफी गति पकडऩे से काफी भारी पड़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वायरस का असर कुछ कम होने पर लापरवाही हर स्तर पर होने लगी थी। सभी सब ने मान लिया कि अब कोरोना समाप्त हो गया है।
इसके बाद कोरोना की वैक्सीन आने के बाद लोग और भी निश्चिंत हो गए। उन्होंने कहा कि रविवार को उत्तर प्रदेश में 15,000 मामले एक दिन में आए हैं, महाराष्ट्र में यही संख्या 60,000 है। हम सभी को पता है कि बीमारी के उपचार से महत्वपूर्ण बचाव और सावधानी है। हमको अब तो काफी सावधानी बरतनी है। सरकार अपने पूरे प्रयास में लगी है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं आभारी हूं राज्यपाल का कि इस सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता को स्वीकार किया। कोविड की दूसरी लहर और उसके तीव्र संक्रमण ने एक चिंता हम सभी के सामने प्रस्तुत की है। सूबे में कोविड के तेजी से बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में रविवार सर्वदलीय बैठक बुलाई । सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस, एसपी, बीएसपी, अपना दल (सोनेलाल), भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के नेताओं को बुलाया गया। बीएसपी के लालजी वर्मा बैठक शामिल में थे। विपक्षी दल के नेताओं के साथ मुख्य सचिव आरके तिवारी और डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के साथ शासन के अन्य अधिकारी थे।