जेवर। नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाद यमुना प्राधिकरण ने भी आवंटन दरें (जमीन के दाम) बढ़ा दी हैं। यह बढ़ोतरी सभी श्रेणी में पांच प्रतिशत की हुई है। प्राधिकरण के इस फैसले से जेवर एयरपोर्ट के पास घर, दुकान, आफिस, स्कूल-कॉलेज बनाना और उद्योग लगाना महंगा हो गया है। यह बढ़ोतरी गत पहली अप्रैल से प्रभावी मानी जाएगी।
यमुना प्राधिकरण की सोमवार को 70वीं बोर्ड बैठक हुई। यमुना प्राधिकरण में आवासीय, औद्योगिक समेत सभी तरह की श्रेणी के भूखंडों की मांग तेजी से बढ़ी है। इसका प्रमुख कारण प्राधिकरण क्षेत्र में जेवर एयरपोर्ट बनने जा रहा है। इस मांग को देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने अपने बोर्ड में जमीनों के दाम बढ़ाने का प्रस्ताव रखा। इसे बोर्ड ने मंजूर कर लिया।
प्राधिकरण ने सभी तरह की श्रेणी में पांच प्रतिशत की वृद्धि की है। अब जेवर एयरपोर्ट के पास घर बनाने का सपना पूरा करने के लिए लोगों को अधिक पैसा खर्च करना पड़ेगा। प्राधिकरण के इस फैसले से उद्योग लगाने के लिए उद्यमियों को अधिक पैसा लगाना पड़ेगा। यह बढ़ोतरी पहली अप्रैल 2021 से लागू होगी।
श्रेणी वर्तमान बढ़ोतरी के बाद
आवासीय 16550 से 16870, 17377.50 से 17713.50
व्यावसायिक 36000 से 44000, 37800 से 46200
ग्रुप हाउसिंग 17200, 18060
संस्थागत 4150 से 11690, 4357.50 से 12274.50
आईटी 4230 से 8020, 4441.50 से 8421
औद्योगिक 4050 से 6670, 4252.50 से 7003.50
रिक्रिएशनल ग्रीन 3740 से 5680, 3927.00 से 5964.00
स्पोर्ट्स एक्टिविटी 8370 से 9550, 8788.50 से 10027.50
मिक्स लैंड यूज 4250 से 4870, 4462.50 से 5113.50
(आवंटन दरें प्रति वर्ग मीटर में हैं)
इसलिए बढ़ाई गई दरें
प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि पिछले दो वर्षों के दौरान प्राधिकरण ने कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जमीन की आवंटन दरें नहीं बढ़ाई थीं। हालांकि किसानों को दिया जा रहा मुआवजा बढ़ाया गया है। ऐसे में जमीन की लागत बढ़ गई है। इसके अलावा इस क्षेत्र में हर श्रेणी के भूखंडों की मांग भी बढ़ी है।