नोएडा। निजी स्कूलों में मनमानी फीस वसूली के खिलाफ माध्यमिक शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। विभाग के पास आई शिकायतों के बाद 10 से अधिक स्कूलों की जांच शुरू कर दी गई है। इनमें से दो स्कूलों को नोटिस भी भेजा गया है।
कोरोना काल में शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है। वहीं, एक बड़ा वर्ग भी नौकरी छूटने और व्यापारिक नुकसान के कारण प्रभावित हुआ है। इसी कारण अभिभावक स्कूलों में फीस जमा नहीं कर पा रहे हैं और स्कूल संचालकों से गुहार लगा रहे हैं। बावजूद इसके स्कूल संचालक मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। नोएडा के एक स्कूल के खिलाफ शिकायत मिली है कि फीस जमा नहीं करने पर उसने 15 छात्रों को पेपर देने से रोक दिया। इसके अलावा कुछ स्कूलों ने फीस जमा न करने पर छात्रों को स्कूल से निकाल भी दिया है। ऐसी शिकायतें डीआईओएस को मिली हैं। अधिकारियों के मुताबिक, कुछ स्कूलों की शिकायत मिली है कि छह की बजाय दो घंटे ही पढ़ाया जा रहा है। जब दो घंटे पढ़ रहे हैं तो फीस ज्यादा क्यों दी जाए। कुछ स्कूलों की शिकायत मिली है कि ट्यूशन फीस के अलावा अन्य चार्ज भी वसूले जा रहे हैं। विभागीय स्तर से सभी शिकायतों की जांच की जा गई है।
10 से अधिक स्कूलों की शिकायतें मिली हैं। इनमें से दो स्कूलों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। दोषी स्कूलों के खिलाफ जांच कर जल्द कार्रवाई की जाएगी।