गेहूं खरीद को लेकर पंजाब में आढ़ती एसोसिएशन दो फाड़ हो गई है। फेडरेशन ऑफ आढ़ती एसोसिएशन पंजाब ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है, जबकि आढ़ती एसोसिएशन पंजाब ने इस पर फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया है। आज होने वाली जिला स्तरीय बैठक में वह कोई फैसला लेगी। इससे साफ हो गया है कि आज फेडरेशन ऑफ आढ़ती एसोसिएशन ही गेहूं की खरीद में हिस्सा लेगी।
गौरतलब है कि पंजाब में दो आढ़ती एसोसिएशन हैं। इसमें फेडरेशन ऑफ आढ़ती एसोसिएशन ऑफ पंजाब के प्रदेश प्रधान विजय कालड़ा हैं जबकि आढ़ती एसोसिएशन पंजाब के रविंदर पाल सिंह चीमा प्रदेश प्रधान हैं। किसानों की फसल की सीधी अदायगी को लेकर दोनों एसोसिएशन ने शनिवार से हड़ताल का एलान कर दिया था।
शनिवार को लुधियाना जिले की ज्यादातर मंडियों में गेहूं की फसल नहीं आई। एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में भी कोई किसान फसल लेकर नहीं आया। लेकिन आढ़तियों के हड़ताल पर जाने से सरकार के लिए मुसीबत खड़ी हो गई थी। लिहाजा, शनिवार को लुधियाना के बचत भवन में खाद्य आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु ने आढ़ती एसोसिएशन की बैठक बुलाई और पदाधिकारियों को समझाने में जुटे रहे। इसके बाद आढ़तियों की मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ वर्चुअल बैठक करवाई। इसमें कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आश्वासन दिया तो फेडरेशन ऑफ आढ़ती एसोसिएशन ऑफ पंजाब मान गई और हड़ताल खत्म करने का एलान कर दिया।
फेडरेशन ऑफ आढ़ती एसोसिएशन ऑफ पंजाब के प्रदेश प्रधान विजय कालड़ा ने कहा कि सीधी अदायगी का हल पंजाब सरकार ने कर दिया है। किसानों को पेमेंट करने की चाबी उनके हाथ में आ चुकी है। इसलिए हड़ताल वापस ले रहे हैं। जितनी भी फसल की खरीद फरोख्त होती है, वह पंजाब सरकार के पोर्टल पर दर्ज होती है।
आढ़ती की तरफ से यह रिकॉर्ड दर्ज किया जाता है। अब इस पोर्टल पर एक पे नाऊ बटन को जोड़ दिया गया है। अगर आढ़ती इस बटन पर क्लिक करेगा तब ही किसान को पेमेंट होगी, अन्यथा नहीं। जबकि दूसरी आढ़ती एसोसिएशन ने हड़ताल खत्म न करने का एलान करते हुए कहा कि वे सोमवार को बैठक बुलाकर इस पर फैसला लेंगे। लेकिन जब उनसे पूछा गया कि एक एसोसिएशन तो खरीद करने को राजी हो गई है तो उन्होंने कहा कि वे पंजाब की केवल पांच मंडियों में ही खरीद कर पाएगी।
हम सोमवार को लेंगे इस पर फैसला : चीमा
आढ़ती एसोसिएशन पंजाब के प्रदेश प्रधान रविंदर चीमा ने कहा कि अभी उनकी एसोसिएशन ने हड़ताल वापस लेने का कोई फैसला नहीं लिया है। उन्होंने शनिवार शाम को सभी जिला प्रधानों के साथ बातचीत की तो उनका कहना है कि एक एसोसिएशन ने हड़ताल वापस ले ली है, ऐसे में सोमवार से हमारी एसोसिएशन के साथ जुड़े आढ़ती खरीद नहीं करेंगे तो किसानों के साथ उन्हें भी नुकसान होगा। इस पर तय किया गया कि सभी जिला प्रधान सोमवार को एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक करें। इस बैठक में जो भी फैसला लेंगे, वह मान्य होगा। अगर सभी एकजुट होकर हड़ताल पर रहने को कहेंगे तो हड़ताल जारी रहेगी।