नई दिल्ली। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने रविवार को कहा कि संसद का मानसून सत्र सरकार के साथ आयोजित किया जाएगा, जिसमें COVID-19 के लिए सभी स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों का पालन किया जाएगा। संसदीय कार्य मंत्री ने प्रहलाद जोशी ने कहा कि मानसून सत्र (संसद का) निश्चित रूप से आयोजित किया जाएगा। सरकार सभी औपचारिकताओं को पूरा करेगी और कोरोना वायरस को लेकर सभी सावधानी बरती जाएगी।
इससे पहले मार्च में, संसद ने लोकसभा के 15 सत्रों और 15 राज्यसभा विधेयकों के साथ 12 बजट पारित किए थे। सत्र के दौरान, दोनों सदनों में 19 विधेयक (लोकसभा में 18 और राज्यसभा में 1) पेश किए गए। वित्त विधेयक के पारित होने सहित बजटीय प्रक्रिया पूरी होने के बाद दोनों सदनों को स्थगित कर दिया गया।
कोरोनावायरस के प्रसार के खतरे के मद्देनजर सत्र का दूसरा भाग बंद कर दिया गया था। सूत्रों ने कहा कि 1 जून को राज्यसभा के सभापति एम। वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सामाजिक असंतोष के कोरोनोवायरस-प्रेरित मानदंड के मद्देनजर संसद के आगामी मानसून सत्र के आयोजन पर विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने कहा कि नेताओं ने उन रिपोर्टों पर ध्यान दिया है जिनमें कहा गया है कि कोरोना वायरस COVID-19 के खिलाफ लड़ाई एक लंबी दौड़ है।