नीरज शर्मा की खबर
बुलंदशहर : उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हरियाली तीज के त्यौहार को महिलाओं ने कोरोना काल में किस तरह से मनाया हरियाली तीज का त्यौहार , महिलाएं किस तरह व्रत रखेंगी और क्या-क्या तैयारियां हैं। महिलाओं ने बताया हरियाली तीज त्यौहार की मान्यताएं और क्यों हरियाली तीज इतनी महत्वपूर्ण होती हैं।
बता दें कि हरियाली तीज का यह त्यौहार पति की लंबी आयु के लिए मनाया जाता है। मां पार्वती ने रेत का शिवलिंग बनाते हुए भोले शंकर की पूजा अराधना की थी, जिसके बाद भोले बाबा प्रकट हुए थे,और प्रसन्न होते हुए मां पार्वती संग उत्सव मनाया था। तब से ही सावन के महीने में हरियाली तीज का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। बता दे बुलंदशहर के मोहन कुटी में हरियाली तीज के त्यौहार पर विशाल मेला भी आयोजित किया जाता था, जिसमें तमाम महिलाएं व्रत के बाद मेले में जाती थी, और खूब झूले झूले जाते थे नाच गाने होते थे और चाट की स्टाल भी लगा करती थी, लेकिन कहीं ना कहीं कोरोना के चलते तीज का त्यौहार फीका हो गया है। सभी महिलाओं का कहना है कि वह घर में रहते हुए हरियाली तीज के त्यौहार को मनाएंगे। अच्छे-अच्छे पकवान बनाए जाएंगे और फैमिली के साथ पूजा भी की जाएगी।