नई दिल्ली। कोरोना वायरस के डबल म्यूटेंट वैरिएंट के चलते देश बुरे वक्त से गुजर रहा है। संक्रमितों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए देश के कई राज्यों में पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया है। लोग अपने घरों में फिर से रहने को मजबूर हो गए हैं। सरकार की तरफ से कोरोना महामारी पर काबू पाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।
इस मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कई एडवायजरी कर लोगों को आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है। विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना वायरस के डबल म्यूटेंट वैरिएंट पहले की तुलना में अधिक खतरनाक है। इसके लिए लापरवाही बिल्कुल न बरतें। इस क्रम में सरकार ने एक नई गाइडलाइन जारी कर कोरोना के नए स्ट्रेन से बचाव के लिए डबल मास्क पहनने की सलाह दी है। आइए जानते हैं कि डबल मास्क पहनते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
-कोरोना महामारी के डबल म्यूटेंट वैरिएंट से बचाव के लिए सर्जिकल मास्क पहनें। जरूरत पड़ने पर घर पर भी मास्क पहनकर रहें।
-दो मास्क पहनकर घर से बाहर निकलें। इनमें एक सर्जिकल मास्क और दूसरा तीन परतों (Triple layered) वाला मास्क रहना चाहिए।
-अपनी सुविधानुसार घर पर तीन परतों वाला भी मास्क तैयार कर सकते हैं।
-मास्क पहनते समय एक चीज का ध्यान रखें कि यह मुंह को पूरी तरह से कवर करें। खासकर नाक के ऊपर इसे अच्छी तरह से लगाएं। मास्क पहनने के बाद नाक पर दबाकर अच्छे से कवर करें।
-यह सुनिश्चित कर लें कि मास्क से सांस लेने में कोई रूकावट न हो।
– कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से बचाव के लिए N-95 मास्क का इस्तेमाल करें।
क्या न करें
-एक ही प्रकार के दो मास्क बिल्कुल न इस्तेमाल करें।
-एक ही मास्क को दो दिन तक लगातार प्रयोग न करें।
-कपड़े के मास्क को नियमित अंतराल पर साफ करें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।