नोएडा। सोमवार को तीन घंटे की रिकार्डिंग के बाद ड्रोन सर्वे का कार्य पूरा हो गया। दस घंटे की रिकार्ड किए गए वीडियो को आटोकेड के जरिये टावर का थ्री-डी वीडियो तैयार किया जाएगा। एडिट कर इस वीडियो को आधे घंटे का बनाया जाएगा, जिससे इसके प्रजेंटेशन में आसानी हो और टावर के आधार से लेकर शीर्ष और उसके आसपास के क्षेत्र को आसानी से समझा जा सकेगा। इसमें टावर का ले-आउट प्लान से लेकर वर्तमान स्थिति को दिखाया जाएगा। वीडियो एडिटिंग का कार्य मंगलवार तक चलेगा। उम्मीद की जा रही है कि मंगलवार को इसे प्राधिकरण मुख्य कार्यपालक अधिकारी के माध्यम से पहले एसआइटी को फिर शासन को भेजा जाएगा।
सेटेलाइट व्यू से लेकर हर तरफ से की गई रिकार्डिग
सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के एपेक्स-सियान टावरों को लेकर शुक्रवार से प्राधिकरण की ओर से ड्रोन सर्वे कराया जा रहा था। शुक्रवार को चार घंटे, रविवार और सोमवार को तीन-तीन घंटे का ड्रोन सर्वे हुआ, जिसमें दोनों टावरों के साथ पूरी सोसायटी का सर्वे कराया गया है। इसमें अन्य 15 टावरों का भी बारीकी से अध्ययन शामिल है। इसके अलावा पूरी सोसायटी का सेटेलाइट व्यू भी लिया गया है। इसमें परियोजना ले-आउट प्लान से लेकर अब तक की प्रत्येक ¨बदुओं की बारीकियों को शामिल किया गया है। बता दें कि यह डिजिटल रिपोर्ट तीन तरीके से तैयार की जा रही है, जिसमें वीडियो रिकार्डिंग, पीडीएफ, आटोकेड के जरिए थ्री डी फिल्म रहेगी, जिसमें हर एंगल को शामिल किया जा रहा है। सेटेलाइट सर्वे को भी पीडीएफ और आटोकेड का हिस्सा बनाया गया है, जिसमें इस बात को ध्यान में रखा गया है कि छोटा व बड़ा व्यू दिखाने में कोई दिक्कत न आए।
दो सदस्यीय टीम ने किया टावरों का निरीक्षण
प्राधिकरण के लिखित आग्रह पर सोमवार को केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआइ) के निदेशक एन गोपाल कृष्णन अपने सहायक के साथ नोएडा प्राधिकरण पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने सेक्टर-93 ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के दोनों प्राधिकरण अधिकारियों के साथ टावर एपेक्स-सियान का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने टावरों के स्ट्रक्चर के अध्ययन के लिए 15 दिन का समय मांगा है। उससे संबंधित दस्तावेजों को उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
पांच घंटे लगातार चलता रहा काम
सूत्रों के मुताबिक कि ड्रोन सर्वे के पूरा होने के बाद रिपोर्ट का तैयार करने के लिए सोमवार शाम से लेकर रात तक डिजिटल टीम काम करती रही, लेकिन काम को पूरा नहीं किया जा सका, क्योंकि दस घंटे की वीडियो को 30 मिनट में करने को लेकर काफी मशक्कत करनी पड़ी। मंगलवार की सुबह फिर से डिजिटल रिपोर्ट तैयार करने का काम शुरू होगा।