ग्रेटर नोएडा। सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने एक सप्ताह बाद पाली गांव के रोबिन हत्याकांड का खुलासा किया है। इस मामले में दो महिलाओं, तीन सगे भाइयों और उनके दोस्त को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का दावा है कि पड़ोसी महिला ने अपनी भाभी और तीन भाइयों के साथ मिलकर साजिश के तहत अपने घर में रोबिन को मौत के घाट उतारा था। इसके बाद शव को कार में रखकर कोट गांव स्थित गंग नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त बिजली की केबल, कार और मृतक का मोबाइल फोन बरामद किया है।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा हरिश्चंद्र ने बताया पाली गांव का रहने वाला रोबिन 28 फरवरी की रात अचानक घर से गायब हुआ था। इसके बाद एक मार्च को परिजनों ने रोबिन के लापता होने की जानकारी सूरजपुर कोतवाली पुलिस को दी थी। पुलिस ने रोबिन के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली तो पता चला कि उसकी अंतिम बार बात पड़ोस में रहने वाली महिला से हुई थी। पुलिस ने महिला और उसके भाइयों से पूछताछ की तो रोबिन की हत्या का खुलासा हुआ।
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि रोबिन का पड़ोसी महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था। यह बात महिला के परिजनों को पता चल गई। इसके चलते परिवार के लोगों ने साजिश के तहत 28 फरवरी की रात को महिला से रोबिन को फोन करवा कर अपने घर बुलवाया और बेरहमी से उसकी हत्या कर शव को कार में रखकर गंग नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने काफी प्रयास के बाद पांच दिन बाद गंग नहर से रोबिन का शव बरामद किया था। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दो महिलाओं अंजू और मोनिका, तीन सगे भाइयों रवि, सागर, सुबोध और इनके एक दोस्त मनीष को गिरफ्तार किया है।
बेरहमी से मौत के घाट उतारा
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों ने बेरहमी से रोबिन की हत्या की थी। किसी को पता ना चले इसलिए सबसे पहले रोबिन के मुंह में कपड़ा ठुंसा था और उसके बाद उसके हाथ पैर बांध दिए थे। इसके बाद आरोपियों ने रोबिन के साथ मारपीट की और बिजली की केबल से गला घोंटकर खिड़की पर लटका दिया था। आरोपी रोबिन को मरा समझकर अपनी कार में डालकर कोट गांव स्थित गंग नहर की तरफ ले गए थे। लेकिन जब वह वहां पहुंचे तो रोबिन ने थोड़ा सा हिलना जुलना शुरू किया। इसके बाद आरोपियों ने फिर से उसे पीटकर मौत के घाट उतारा था और शव को गंग नहर में फेंक दिया था।
आरोपियों ने अपने घर के कैमरे बंद किए
एडीसीपी सेंट्रल नोएडा इलामारन जी ने बताया कि परिवार ने साजिश के तहत रोबिन की हत्या की थी। आरोपियों के घर में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं लेकिन घटना के समय आरोपियों ने कैमरे बंद कर दिए थे। पुलिस ने डीवीआर कब्जे में लेकर फुटेज खंगाली लेकिन उस दिन के बारे में कुछ जानकारी नहीं लगी।
शव ठिकाने लगाने के लिए दोस्त की मदद ली
आरोपियों ने शव को ठिकाने लगाने के लिए दादरी में रह रहे अपने दोस्त मनीष को बुलाया था और उसे साथ लेकर गए थे। जबकि रोबिन के फोन को तोड़कर झाड़ियों में फेंक दिया था। लेकिन मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल से आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा।