दिल्ली विश्वविद्यालय के विकासशील राज्य शोध केंद्र ने पहली बार नगर निगम चुनाव में ओपिनियन पोल जारी किया है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी को अभूतपूर्व बढ़त का दावा किया गया है। इस सर्वे में भाजपा 214 सीटों के साथ सबसे आगे रहेगी। वहीं दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी को 29 तथा कांग्रेस को 24 सीट मिलने की संभावना है।
निर्दलीय उम्मीदवारों को 4 सीट तथा बहुजन समाज पार्टी को 1 सीट मिलने की संभावना है। जबकि पहली बार नगर निगम चुनाव में किस्मत आजमा रही स्वराज इंडिया का खाता नहीं खुलने की बात कही गई है।
ज्ञात हो कि 305 छात्र और शोधार्थियों ने 272 वार्डों से 39,147 सैंपल एकत्रित किए थे और इसके आधार पर यह सर्वे निकाला गया है। शोध केंद्र का दावा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी इनके सर्वे का परिणाम वास्तविक परिणाम के बहुत करीब था। 14 से 21 अप्रैल के बीच यह ओपिनियन पोल जनता के बीच जाकर किया गया है।
केद्र के निदेशक प्रो.सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि यह सैद्धांतिक और योजनाबद्ध तरीके से किया गया सर्वे है। इसमें सभी युवा स्कॉलर और समाज विज्ञान के विभिन्न विषयों के फेलो से मदद ली है। चुनावी राजनीति और लोकतंत्र में जो नए नए आयाम आ रहे हैं इस सर्वे से पूर्व उसका विस्तृत अध्ययन किया गया है। इसके लिए हमने काफी वर्कशॉप की है।
प्रो.सुनील ने बताया कि फीडबैक का अध्ययन करने के अलावा मतदाताओं से भी बात कर फीडबैक लिया गया है। जो छात्र सर्वे करने जाता है वह पहले उस इलाके का पूरा अध्ययन करता है ताकि वह वहां के मतदाताओं से ठीक तरीके से अपनी बात रख सके। इस सर्वे में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के जो गढ़ हैं वहां भाजपा आ रही है। राज्य की राजनीति में इसके दूरगामी परिणाम आएंगे।
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