ग्रेटर नोएडा। जिले में भूमि विवाद के 171 मामले पुलिस ने चिह्नित किए है। जिन दो पक्षों के बीच भूमि विवाद चल रहा है। उन दोनों पक्ष के लोगों के घर पुलिस हर 15 दिन में जाएगी।
वर्तमान स्थिति का जायजा लेने के बाद प्रशासन को इस संबंध में रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी। पुलिस का प्रयास है कि भूमि विवाद के मामले में दोनों पक्षों के बीच किसी तरह की अप्रिय घटना न होने पाए। कानून व्यवस्था संबंधित कोई समस्या न हो, पुलिस इसका पूरा प्रयास कर रही है।
दरअसल, देवरिया जिले में भूमि विवाद में हुए नरसंहार के बाद से जिले में पुलिस ऐसे मामले को लेकर अलर्ट है। प्रत्येक थाना प्रभारी को निर्देश दिया गया है कि वह अपने-अपने क्षेत्र में भूमि विवाद को चिह्नित करें और प्रयास करें कि दोनों पक्ष अदालत में केस लड़े।
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जमीनी स्तर पर दोनों पक्षों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न न हो। नोएडा के मुकाबले सेंट्रल व ग्रेटर नोएडा जोन में भूमि विवाद के मामले अधिक है। भूमि विवाद के 171 मामलों में 300 से अधिक लोगों को मुचलका पाबंद किया गया है।
रजिस्टर किया गया मेनटेन
पुलिस महकमें में लंबे समय से भूमि विवाद का रजिस्टर मेनटेन करने की प्रक्रिया चली आ रही है। भूमि विवाद के मामलों को रजिस्टर में दर्ज करने के बाद दोनों पक्षों के खिलाफ मुचलका पाबंद की कार्रवाई चल रही है।
इसकी जानकारी पुलिस की तरफ से जिला प्रशासन को भेजी जा रही है, जिससे कि जिला प्रशासन के संज्ञान में भी भूमि विवाद के मामले रहे।
इन थाना क्षेत्र में सबसे अधिक भूमि विवाद के मामले
जारचा, बादलपुर, दनकौर, दादरी, रबूपुरा, जेवर, फेज दो, तीन, सेक्टर 113, सेक्टर 49
जिले में भूमि विवाद के चलते हुई मुख्य घटनाएं
– बादलपुर के गिरधरपुर गांव में वर्ष 2021 में भूमि विवाद के चलते हत्या सिलक व अमित की गोली मारकर हत्या
– इस वर्ष दस सितंबर को दनकौर क्षेत्र में राजकुमार व विक्रमादित्य की हत्या
– इस वर्ष जुलाई के महीने में जमीनी विवाद में सूरजपुर की मुख्य मार्केट से युवक का अपहरण, कुछ दूरी पर छोड़ गए आरोपित
भूमि विवाद से संबंधित 171 मामले चिह्नित किए गए है। पुलिस लगातार दोनों पक्ष के लोगों से संपर्क में है। हमारा प्रयास है कि किसी भी तरह से दोनों पक्षों के बीच विवाद न होने पाए।
आनंद कुलकर्णी, अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था