ग्रेटर नोएडा की थाना बीटा-2 पुलिस और एंटी ऑटो थेफ्ट की टीम ने शुक्रवार को अंतरराज्यीय कार चोर गैंग का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने 5 शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए पांच बदमाशों में से तीन को रात में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इनके कब्जे से 6 चोरी की लग्जरी गाड़ियां, एक कंप्यूटर डिवाइस बरामद किया है। पुलिस ने इनके पास से 14 नई गाड़ियों की चाबी व अन्य उपकरण भी जब्त कर लिए हैं।
बता दें कि पुलिस की गिरफ्त में आए पांच वाहन चोरों की पहचान अभिजीत, संदीप, अमरदीप, केशव और आशीष के रूप में की गई है। चोरों ने अपने शातिर अपराधी होने का नमूना भी पुलिस को दिखाया। बदमाशों ने बीटा-2 थाने में खड़ी एक कार की लॉक को तोड़कर कुछ ही देर में कंप्यूटर डिवाइस के माध्यम से नई चाबी बना दी।
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चोरी के बाद अन्य राज्यों में बेच देते थे वाहन
ग्रेटर नोएडा डीसीपी अभिषेक वर्मा के अनुसार बदमाशों के निशाने पर नई-नई लग्जरी गाड़ियां होती थी। उन्हें चोरी करने के बाद यह अपने साथियों के साथ मिलकर बिहार निवासी बाबा खान नाम के शख्स के माध्यम से गाड़ियों को नेपाल, नागालैंड और अन्य राज्यों में बेच देते थे। इन बदमाशों के कब्जे से कुल 6 लग्जरी गाड़ियां बरामद हुई हैं। इसके अलावा उनके कब्जे से गाड़ियों के अलग-अलग नंबर प्लेट, एक कंप्यूटर डिवाइस, 14 चाबियां, 6 मोबाइल फोन और गाड़ियों के लॉक तोड़ने के उपकरण बरामद किए गए हैं।
सात सालों से सक्रिय था यह गैंग
डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि कोतवाली बीटा-2 पुलिस और एंटी ऑटो थेफ्ट टीम ने गुरुवार की रात को एक मुठभेड़ के बाद तीन बदमाशों अभिजीत, संदीप और अमरदीप को पकड़ा था। इनके कब्जे से चोरी की गाड़ी बरामद हुई थी। इन बदमाशों से गहनता से पूछताछ करने पर दो और बदमाशों केशव और आशीष को गिरफ्तार किया गया। इन बदमाशों की निशानदेही पर पांच लग्जरी गाड़ियां बरामद की गई हैं। डीसीपी अभिषेक वर्मा ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि बदमाशों का नेटवर्क पूरे भारत में फैला हुआ था। यह ग्रुप पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। यह बदमाश पकड़े जाने के बावजूद जेल से छूटते ही अपने धंधे में लग जाते थे। साल 2015 से इस गैंग को ऑपरेट किया जा रहा था। आरोपी सैकड़ों गाड़ियों को चोरी करके अन्य राज्यों में बेच चुके हैं।