नई दिल्ली। रंजीत नगर थानाक्षेत्र में गत 12 अक्टूबर की रात कुछ युवकों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। झगड़े में तीन युवकों ने लाठी-डंडे से दूसरे तीन युवकों पर ताबड़तोड़ व बेरहमी से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। गंभीर रूप से घायल नितेश व आलोक को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था, जहां उपचार के दौरान रविवार तड़के नितेश की मौत हो गई। घटना के बाद से नितेश के पैतृक गांव शादीपुर समेत इसके आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों में पुलिस के प्रति गहरा आक्रोश है। लोगों ने पटेल नगर चौराहा जाम करने की कोशिश की किंतु भारी पुलिस बल के कारण जाम नहीं लगाया जा सका।
दोनों गुट से तीन तीन युवक झगड़े में हुए शामिल
डीसीपी मध्य जिला श्वेता चौहान के मुताबिक 12 अक्टूबर की रात नितेश, आलोक और मोंटी की उफीजा, अदनान और अब्बास से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। दोनों तरफ तीन-तीन युवक शामिल थे। मुस्लिम युवकों ने लाठी डंडे से बेरहमी से वार करना शुरू कर दिया। घटना में नितेश और आलोक गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। चूंकि, उस समय किसी ने कोई बयान दर्ज नहीं कराया था, इसलिए रंजीत नगर थाना पुलिस ने डीडी एंट्री के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली थी। रविवार तड़के तीन बजे नितेश ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना के बाद प्राथमिकी में हत्या की धारा जोड़ दी गई।
आरोपित को पकड़ने कई टीमें बनी
घटना के फुटेज से पुलिस को पता चला है कि झगड़े की शुरुआत नितेश और आलोक ने की थी। हालांकि, अंत में दूसरे पक्ष ने उनपर काबू पा लिया और उनके साथ मारपीट की। नितेश और आलोक दोनों का पुराना आपराधिक रिकार्ड है। पुलिस का कहना है कि लड़ाई में कोई सांप्रदायिक मुद्दा शामिल नहीं है। यह संयोग है कि दोनों पार्टियां अलग-अलग समुदायों से ताल्लुक रखती हैं। श्वेता चौहान का कहना है कि आरोपित उफीजा, अदनान और अब्बास को दबोचने के लिए पुलिस की कई टीमें बनाई गई है। घटना के बाद से तीनों अपने-अपने घरों से फरार है। पुलिस इनकी हर संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।