नई दिल्ली। बृहस्पतिवार देर रात एक तेज रफ्तार क्रेटा कार चालक ने एक ही मोटरसाइकिल पर सवार चार लोगों को टक्कर मार दी। यह टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के आगे का बंपर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। द्वारका नार्थ थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। मामले में तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि एक घायल है।
3 लोगों की हादसे में मौत
पुलिस ने आरोपित नजफगढ़ में गोपाल नगर निवासी अबरार (24) को गिरफ्तार कर लिया है। मृतकों की पहचान भरत विहार निवासी लखन (37), द्वारका सेक्टर-17 स्थित स्पाइन एन्क्लेव निवासी फूला (30) व दीक्षा (10) के रूप में हुई है, जबकि घायल माते उर्फ नन्हे (32) का सफदरजंग अस्पताल में इलाज जारी है। सभी मूल रूप से मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के रहने वाले थे।
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारी 2 साल में गटक गए 71 लाख की चाय, RTI में खुलासा
हादसे का कारण ओवर स्पीड
पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया गया है। प्रारंभिक जांच में पुलिस घटना का मूल कारण ओवर स्पीड बता रही है। उधर जांच में सामने आया है कि घटना के समय मोटरसाइकिल चालक लखन ने ही केवल हेलमेट पहना हुआ था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपित द्वारका सेक्टर-13 से आरोपित की बहन रहती हैं। आरोपित देर रात उन्हीं के घर से लौट रहा था।
आरोपित की कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि पहले उसने मोटरसाइकिल को टक्कर मारी और फिर घायलों को कुचलते हुए वह यातायात सिग्नल से जा भिड़ा। इसके बाद कार पलट गई। आरोपित घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गया। बाद में कार के नंबर व सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से उसका पता लगाया गया। आरोपित के पिता दिल्ली नगर निगम में कार्यरत है। वही आरोपित कोई काम नहीं करता है।
जन्मदिन की पार्टी से लौट रहा था परिवार
हरि नगर स्थित डीडीयू अस्पताल में स्वजन ने बताया कि लखन व माते के बीच जीजा-साले का रिश्ता था। वर्ष 2015 से ये दोनों परिवार दिल्ली में किराए पर रह रहे थे। लखन के परिवार के उनकी पत्नी व तीन बच्चे है, जबकि माते के परिवार में उनकी पत्नी फूला व उनकी बेटी दीक्षा थी। लखन व माते दोनों राजमिस्त्री का काम करते थे। जबकि फूला घरेलू सहायिका का काम कर जीवनयापन करती थी।
बृहस्पतिवार को लखन के बेटे हेमंत का जन्मदिन था, जिसमें लखन ने अपने साले माते व उसके परिवार को भी बुलाया था। जन्मदिन पार्टी के बाद लखन मोटरसाइकिल पर माते, फूला व दीक्षा को उनके घर छोड़ने के लिए जा रहे थे। घर से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर नेशनल ला यूनिवर्सिटी की लालबत्ती पर एक तेज रफ्तार कार चालक ने पीछे से टक्कर मार दी।
लखन व फूला की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि माते की सीधी टांग शरीर से कटकर अलग हो गई। सभी को इंदिरा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से माते व दीक्षा को सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। इलाज के दौरान शुक्रवार शाम दीक्षा ने भी दम तोड़ दिया। स्वजन की मांग है कि लखन के परिवार व माते को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।