देहरादून: कोरोना वैक्सीन के लिए मची मारामारी के बीच साइबर ठगों ने अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया है। शनिवार सुबह साइबर ठगों ने टर्नर रोड स्थित वेलमेड अस्पताल के नंबर को हैक कर वैक्सीन के नाम पर ठगी शुरू कर दी। अस्पताल प्रबंधन के पास जब इसकी शिकायत पहुंची तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अस्पताल की ओर से संपर्क करने के लिए एक नंबर 72519***** दिया गया है, जिस पर कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या या इलाज के बारे में जानकारी ले सकता है। सरकार ने निजी अस्पतालों को भी वैक्सीन लगाने की अनुमति दे दी है, ऐसे में काफी संख्या में लोग वैक्सीन लगवाने के लिए अस्पताल से संपर्क कर रहे हैं। अस्पताल के संपर्क नंबर को साइबर ठगों ने आगे फारवर्ड कर दिया है, जिसके कारण यदि कोई व्यक्ति टीकाकरण संबंधी कोई जानकारी ले रहा है तो ठग दूसरे नंबर से फोन करके टोकन मनी के नाम पर 10 से 15 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं।
साइबर ठगों से बातचीत के कुछ अंश
महिला : वैक्सीन लगानी थी इसके लिए क्या करना होगा?
व्यक्ति : वैक्सीन लगवाने के लिए पहले टोकन लेना होगा। टोकन मनी के रूप में पांच हजार रुपये देने होंगे। इसके बाद यदि लाइन पर लगकर वैक्सीन लगवानी है तो 10 हजार रुपये लगेंगे और यदि बिना लाइन लगे वैक्सीन लगवानी है तो 15 हजार रुपये लगेंगे।
महिला : सरकार ने तो वैक्सीन फ्री की हुई है।
व्यक्ति : कफ्र्यू के कारण सरकार ने नियम बदल दिए हैं। रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद टोकन वाट्सएप पर भेजा जाएगा। आपको एक लिंक मिलेगा। उस पर पांच रुपये का पेमेंट करना होगा।
महिला : आप वेलमेड अस्पताल से बोल रहे हैं ना।
व्यक्ति : हां हम वेलमेड अस्पताल से ही बोल रहे हैं। जितनी जल्द आप टोकन कटवाएंगे, उतनी जल्दी आपको वैक्सीन लग जाएगी।
सीओ सिटी शेखर सुयाल का कहना है कि वैक्सीन के नाम पर पैसे मांगने संबंधी एक शिकायत आई है। मोबाइल की लोकेशन के लिए एसओजी लगाया हुआ है। अब तक हुई जांच में सामने आया है कि फोन झारखंड से किया जा रहा है। वेलमेड अस्पताल की जनसंपर्क अधिकारी साक्षी कोठियाल का कहना है कि अस्पताल का ऑफिशियल मोबाइल नंबर किसी ने हैक कर दिया है। अज्ञात व्यक्ति फोन करने वालों से वैक्सीन व बेड के नाम पर ठगी कर रहा है। अस्पताल प्रशासन ने क्लेमेनटाउन थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया है। वहीं अस्पताल के आइटी एक्सपर्ट सुदेश महतो की ओर से साइबर थाने में जानकारी दे दी गई है। अस्पताल की ओर से सभी से अपील की गई है कि किसी भी प्रकार के ऑनलाइन लेन-देन करने से पहले अच्छी तरह जांच पड़ताल कर लें।