ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में भर्ती ब्लैक फंगस संक्रमित अलीगढ़ उत्तर प्रदेश निवासी 72 वर्षीय महिला की मंगलवार को मौत हो गई। उत्तराखंड में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या दो हो गई है। एम्स ऋषिकेश में मंगलवार को ब्लैक फंगस से संक्रमित पांच और मरीज भर्ती किए गए हैं। यहां इस बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या 30 हो गई है।
कोरोना वायरस संक्रमण के बीच ब्लैक फंगस संक्रमण के मामलों में भी निरंतर वृद्धि हो रही है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में ऐसे दो मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है। बीती शुक्रवार को देहरादून निवासी एक 36 वर्षीय युवक की इस बीमारी से मौत हो गई थी। मंगलवार को अलीगढ़ उत्तर प्रदेश निवासी एक 72 वर्षीय महिला की भी ब्लैक फंगस के उपचार के दौरान मौत हो गई। मंगलवार को इस बीमारी से ग्रसित पांच और मरीज यहां भर्ती किए गए हैं।
एम्स में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए गठित टीम के लीडर और इएनटी सर्जन डॉ. अमित त्यागी ने बताया कि एम्स ऋषिकेश में अब तक ब्लैक फंगस से संक्रमित 30 मरीज उपचार के लिए आ चुके हैं। दो मरीजों की मृत्यु हो गई है। एक मरीज को मंगलवार के रोज स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई। वर्तमान में यहां कुल 27 मरीज भर्ती है। ब्लैक फंगस संक्रमित 18 मरीजों को ऑपरेट कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि एम्स में भर्ती ब्लैक फंगस संक्रमित मरीजों में उत्तराखंड के 17 और उत्तर प्रदेश के 13 मरीज शामिल है। ऐसे मरीजों के लिए 30 बेड का अलग वार्ड बनाया गया है। मरीजों की संख्या बढ़ने पर अतिरिक्त वार्ड बनाया जाएगा। 15 डॉक्टरों की टीम यहां भर्ती इन मरीजों की देखभाल और उपचार कर रही है।